गोरखपुर में 500 करोड़ की निवेश परियोजनाओं का मार्ग प्रशस्त करेंगे योगी
गोरखपुर, 24 नवंबर (। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 30 नवंबर को गोरखपुर विकास प्राधिकरण (गीडा) दिवस के मौके पर गोरखपुर में रेडीमेड गारमेंट पार्क,
गोरखपुर, 24 नवंबर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 30 नवंबर को गोरखपुर
विकास प्राधिकरण (गीडा) दिवस के मौके पर गोरखपुर में रेडीमेड गारमेंट पार्क, रेडीमेड गारमेंट की
फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स व प्लास्टिक पार्क का शिलान्यास करने के साथ करीब 500 करोड़ रुपये की
निवेश परियोजनाओं का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने गुरूवार को बताया कि मुख्यमंत्री इसके अलावा 200 करोड़ रुपये के विकास
कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण भी करेंगे। गीडा की स्थापना 33 वर्ष पहले 30 नवंबर 1989 को
ही हो गई थी मगर औद्योगिक विकास को गति मार्च 2017 से योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री
बनने के बाद मिल पायी। वर्तमान में 33 सेक्टर में विकसित गीडा क्षेत्र में करीब 600 औद्योगिक
इकाइयां उत्पादनरत हैं और इनके जरिये करीब 20 हजार लोगों को रोजगार मिल रहा है। औद्योगिक
इकाइयों के अलावा 20 शिक्षण संस्थान भी गीडा क्षेत्र में सेवारत हैं।
सूत्रों ने बताया कि बीते साढ़े पांच साल में माहौल बदला तो गीडा निवेशकों के लिए पसंदीदा स्थल
बन गया है। पांच साल में गीडा की तरफ से 173 एकड़ भूमि का आवंटन निवेशकों को किया गया
है। निवेश की प्रक्रिया को सरकार तीव्र गति से आगे बढ़ाने में जुटी हुई है। इसी के मद्देनजर गीडा
क्षेत्र में कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को आकार दिया जा रहा है।
इस बावत गीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पवन अग्रवाल का कहना है कि प्लास्टिक पार्क,
रेडीमेड गारमेंट पार्क और फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स जैसी परियोजनाएं गीडा का कायाकल्प करने में
सक्षम होंगी। इनका शिलान्यास गीडा दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों प्रस्तावित है।
रेडीमेड गारमेंट को गोरखपुर की ओडीओपी ;एक जिला एक उत्पाद योजना में शामिल करने के बाद
योगी सरकार की मंशा जिले को रेडीमेड गारमेंट का हब बनाने की है। इसके लिए गीडा में रेडीमेड
गारमेंट पार्क और फ्लैटेड फैक्ट्री के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट मंजूर किए गए हैं। रेडीमेड गारमेंट पार्क के
लिए गीडा ने 25 एकड़ क्षेत्रफल में अलग.अलग साइज के 104 भूखंड विकसित किए हैं। अधिकांश
का आवंटन भी उद्यमियों को हो चुका है।श्री अग्रवाल ने बताया कि रेडीमेड गारमेंट सेक्टर को बढ़ावा
देने के लिए ही गीडा में फ्लैटेड फैक्ट्री जिसमें रेडीमेड गारमेंट की एक से अधिक इकाईयां स्थापित हो
सकेंगी, के निर्माण को केंद्र सरकार से अंतिम स्वीकृति मिल चुकी है। गीडा के सेक्टर 13 में 2.68
एकड़ क्षेत्रफल पर फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण किया जाएगा। फ्लैटेड फैक्ट्री चार मंजिला होगी और
इसमें 80 इकाइयां स्थापित होंगी। 40 मार्केटिंग आउटलेट भी बन सकेंगे। इस परियोजना पर करीब
33 करोड़ 92 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इसमें 10 करोड़ रुपये की सहायता राशि पीएम गति
शक्ति योजना के तहत स्वीकृत हुई है। केंद्र सरकार इस योजना के तहत 12 करोड़ रुपये अलग से
देगी। फ्लैटेड फैक्ट्री शुरू हो जाने के बाद दो हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
सूत्रों ने बताया कि योगी आदित्यनाथ के दिशानिर्देश पर गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के समीप
औद्योगिक गलियारे के अंतर्गत 88 एकड़ क्षेत्रफल में बहुउद्देश्यीय प्लास्टिक पार्क की स्थापना की
जाएगी। इसके लिए गीडा की तरफ से ढांचागत विकास (इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट) की प्रक्रिया प्रारंभ कर
दी गई है। सड़क, ड्रेनेज, जैसी बुनियादी सुविधाओं के कार्य छह माह में पूर्ण करा लिए जाने की
तैयारी है। प्लास्टिक पार्क के प्रोजेक्ट से गोरखपुर को इंडस्ट्रियल हब बनाने की सीएम योगी की मंशा
भी परवान चढ़ेगी और करीब पांच हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा। प्लास्टिक पार्क को केंद्र
सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय से अंतिम अनुमोदन भी मिल चुका है। गीडा इस पार्क में
प्रमोटर की भूमिका में होगा।
उन्होने बताया कि प्लास्टिक पार्क
योजना के अंतर्गत 600 वर्गमीटर से लेकर 20 हजार वर्गमीटर के
कुल 92 भूखंड नियोजित हैं। प्लास्टिक पार्क के प्रोजेक्ट में करीब 125 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें
परियोजना निर्माण लागत 69.58 करोड़ रुपये में से केन्द्र सरकार की तरफ से पचास फीसद यानी
34.79 करोड़ रुपये अनुदान के रूप में स्वीकृत हैं।
प्लास्टिक पार्क प्रोजेक्ट के लिये 12 करोड़ रुपये
की सहायता चालू वित्तीय वर्ष में स्वीकृत हुई है।
प्लास्टिक पार्क में विभिन्न प्लास्टिक उत्पादों के
निर्माण एवं पैकेजिंग की यूनिट्स लगेंगी।
इस प्रोजेक्ट के मूर्त रूप में आने पर न केवल गोरखपुर का
औद्योगिक परिदृश्य बदल जाएगा बल्कि पांच हजार लोगों के रोजगार का मार्ग भी प्रशस्त होगा।
तेजी से बदल रहे औद्योगिक परिदृश्य के बीच गीडा की पांच महत्वपूर्ण परियोजनाओं को चालू
वित्तीय वर्ष में पीएम गति शक्ति से 177 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर हो चुकी है। गीडा
द्वारा गारमेंट पार्क को सम्मिलित करते हुए भीटी रावत औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर 26 के विकास के
लिए 100 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना तैयार की गई है। इसके लिए लिए पीएम गति
शक्ति से वित्तीय वर्ष 2022.23 में 70 करोड़ रुपये की सहायता को मंजूरी मिली है। श्री अग्रवाल के
मुताबिक इसी तरह 100 करोड़ रुपये की परियोजना लागत वाले इंडस्ट्रियल कॉरिडोर ;भगवानपुर.
नरकटहा के लिए 80 करोड़ रुपये तथा 69.58 करोड़ रुपये के प्लास्टिक पार्क प्रोजेक्ट के लिये 12
करोड़ रुपये की सहायता चालू वित्तीय वर्ष में स्वीकृत हुई है। रेडीमेड गारमेंट का हब बनाने के लिए
बनने जा रही फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स के लिए 10 करोड़ तथा गीडा में कामन इंफ्लूएट ट्रीटमेंट
प्लांट (सीईटीपी) के लिए वित्तीय वर्ष 2022.23 में पांच करोड़ रुपये को सहायता पीएम गति शक्ति
से मिलेगी।
उन्होंने बताया कि पैकेज्ड पेय पदार्थ बनाने वाली विश्व प्रसिद्ध कंपनी पेप्सिको की बाटलिंग प्लांट
समेत कई बड़ी यूनिट भी गीडा में लगेंगी। पेप्सिको की फ्रेंचाइजी मेसर्स वरुण वेबरेजेस लिमिटेड को
गीडा की तरफ से सेक्टर 27 में 177310 वर्गमीटर जमीन का आवंटन किया गया है। पेप्सिको की
फ्रेंचाइजी की तरफ से बाटलिंग प्लांट के लिए 1071.28 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और
इस प्लांट में करीब 1500 लोगों को रोजगार मिलेगा। गीडा के सेक्टर 26 में मेसर्स केयान
डिस्टलरीज को 79441 वर्गमीटर भूमि का आवंटन किया गया है।
केयान की तरफ से 702 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है और उसकी इकाई में 1000 लोग
रोजगाररत होंगे। इसी सेक्टर में मेसर्स सीपी मिल्क एंड फूड प्रोडक्ट्स प्राण् लिमिटेड को 118.3
करोड़ रुपये के निवेश के लिए 20067.37 वर्गमीटर जमीन का आवंटन किया गया है। सीपी मिल्क
की इकाई में भी 1000 लोगों को रोजगार मिलेगा। गीडा सेक्टर 26 में ही मेसर्स तत्वा प्लास्टिक्स
पाइप्स प्राण् लिमिटेड को 22000.62 वर्गमीटर तथा मेसर्स क्वार्ट्ज ओवलवेयर प्राण् लिमिटेड को
20067.37 व मेसर्स आदित्या मोटर प्राण् लिमिटेड को भी 20067.37 वर्गमीटर जमीन आवंटित की
गई है। इन तीनों उद्योगों में क्रमशरू 102.3 करोड़ रुपये, 50 करोड़ तथा 20 करोड़ रुपये का
निवेश हो रहा है। इनके जरिये क्रमशरू 110, 410 और 400 लोगों को रोजगार मिलना सुनिश्चित
होगा।