दरभंगा में एम्स का निर्माण उत्तर बिहार एवं नेपाल के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में वरदान साबित होगा

दरभंगा, 19 मार्च ( बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने आज कहा कि दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का निर्माण उत्तर बिहार एवं पड़ोसी देश नेपाल में रहने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में वरदान साबित होगा।

दरभंगा में एम्स का निर्माण उत्तर बिहार एवं नेपाल के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में वरदान साबित होगा

दरभंगा, 19 मार्च । बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने आज कहा कि


दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का निर्माण उत्तर बिहार एवं पड़ोसी देश नेपाल
में रहने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में वरदान साबित होगा।


श्री झा ने रविवार को दरभंगा मेडिकल कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्रों के एसोसिएशन द्वारा आयोजित
सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि दरभंगा के एनएच 57 के समीप स्थित शोभन गाँव


में ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बनाया जाऐगा उन्होंने कहा कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज


अस्पताल की ऐतिहासिक एवं गौरवशाली गरिमा को पुनर्स्थापित करने के लिए भी विस्तृत कार्य
योजना बनाने की मंजूरी दी गई है।


मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार में दूसरा एम्स राज्य सरकार को दिया है और बिहार के
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे दरभंगा में बनाने का निर्णय लिया था और इसके लिए राज्य सरकार


ने बहादुरपुर अंचल के शोभन गाँव स्थित बलिया मौजा में 150 एकड़ जमीन भी उपलब्ध करा दिया
। राज्य सरकार के एस आई ए इकाई आद्री, पटना को उक्त परियोजना के सामाजिक प्रभाव,


मूल्यांकन, अध्ययन कार्य हेतु प्राधिकृत किया गया था जिसकी रिपोर्ट भी राज्य सरकार को मिल गई
है।


श्री झा ने बताया कि आज जल संसाधन विभाग के अभियंता ने दरभंगा के शोभन में दरभंगा एम्स
के लिए चिह्नित भूमि का जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण किया और


क्षेत्र की बाढ़ एवं जलजमाव से सुरक्षा के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिये। इस दौरान मंत्री मदन सहनी
तथा जदयू के दरभंगा जिलाध्यक्ष गोपाल मंडल जी भी मौजूद थे।


श्री झा ने कहा कि शोभन में एम्स के निर्माण के लिए दिए गए स्थल को उपयुक्त बताते हुए कहा
कि विपक्षी लोग इस संदर्भ में गलत बयानी कर रहे हैं और लोगों में भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने बताया


कि बरसात के पूर्व इस भूमि पर मिट्टी भराई का काम पूरा कर लिया जाएगा। निर्माणाधीन स्थल को
बागमती नदी के तलहटी को साफ कर निकलने वाले सिल्ट से ही भूमि को भरा जाएगा।


श्री झा ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की ऐतिहासिक एवं गौरव पूर्ण उपलब्धियों की चर्चा
करते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना है कि पटना मेडिकल कॉलेज

अस्पताल के बाद दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल ही सुबह का सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान है
इसीलिए इसकी गरिमा को समाप्त कर इसकी भूमि पर एम्स का निर्माण नहीं होगा।


श्री झा ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस निर्णय से दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल का अस्तित्व
बरकरार रह गया है। उन्होंने बताया कि 22 नवंबर 2021 को एम्स के निर्माण के लिए दरभंगा


मेडिकल कॉलेज अस्पताल के 200.02 एकड़ भूमि स्थानांतरित करने संबंधित राज्य आदेश को


निरस्त कर दिया गया है। एम्स के लिए पूर्व में दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की हस्तांतरित की


गई भूमि पर अब नए एवं अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधा युक्त बनाने एवं उसके पुनर्स्थापित और
विस्तार की कार्य योजना बनाई जा रही है।


सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए वरिष्ठ शिशु रोग चिकित्सक डॉक्टर ओम प्रकाश ने दरभंगा
मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर से अलग शोभन में एम्स निर्माण के राज्य सरकार के निर्णय के


लिए मुख्यमंत्री नितीश कुमार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सूचना जनसंपर्क सह जल
संसाधन मंत्री संजय झा ने हम चिकित्सकों की बात मुख्यमंत्री तक पहुंचा कर दरभंगा मेडिकल


कॉलेज अस्पताल की साख को बचाने का काम किया है इसके लिए हम सब श्री झा के आभारी हैं।
अतिथियों का स्वागत आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर सुशील कुमार ने किया। श्री कुमार ने कहा कि


डीएमसीएच को समाप्त कर उस परिसर में एम्स के निर्माण का निर्णय वापस लिए जाने एवं शोभन
में एम्स के निर्माण होने से हम चिकित्सकों में काफी खुशी है। कार्यक्रम को राज्यपाल के सलाहकार


एवं बिहार के कई विश्वविद्यालयों के कुलपति रहे डॉक्टर एस पी सिंह, प्रख्यात पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर


अजीत कुमार चौधरी, पूर्ववर्ती छात्र एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ० भरत प्रसाद, डॉ० भोला नायक ने भी
दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की जगह शोभन में एम्स के निर्माण का स्वागत किया है एवं


डीएमसीएच को बहाल रखने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया।