सातवें दिन मां दुर्गा के मां काली स्वरूप की पूजा
गाजियाबाद, 28 मार्च । चैत्र नवरात्र के सातवें दिन मंगलवार को मां काली की पूजा अर्चना की गई। जिन श्रद्धालुओं के घर में अष्टमी प्रवृत्तियों का उद्यापन होता है,
गाजियाबाद, 28 मार्च । चैत्र नवरात्र के सातवें दिन मंगलवार को मां काली की पूजा अर्चना
की गई। जिन श्रद्धालुओं के घर में अष्टमी प्रवृत्तियों का उद्यापन होता है, उनके लिए मां काली की
पूजा का विशेष महत्व है। बुधवार को ऐसे श्रद्धालु अपने घरों में अष्टमी का पूजन करेंगे और कन्या
भोज करेंगे। नवरात्र के 9 दिन के व्रत में इस बार कोई भी दिन घटा बढ़ा नहीं है, इसलिए मां दुर्गा
के पूरे नौ व्रत रखे जा रहे हैं। दुर्गा अष्टमी पर अपने व्रतों का उद्यापन करने वाले श्रद्धालुओं ने
सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा अर्चना की और मंदिरों में जाकर मां का जलाभिषेक किया। दूधेश्वर
नाथ मंदिर के महंत नारायण गिरी ने बताया कि मां काली शक्ति सम्प्रदाय की सबसे प्रमुख देवी हैं।
जिस तरह संहार के अधिपति शिव जी हैं, उसी प्रकार संहार की अधिष्ठात्री देवी मां काली हैं। इनकी
पूजा उपासना से भय नाश, आरोग्य की प्राप्ति, स्वयं की रक्षा और शत्रुओं का नियंत्रण होता है।
इनकी उपासना से तंत्र मंत्र के सारे असर समाप्त हो जाते हैं।इ मां कालरात्रि की पूजा के लिए
मंगलवार को दिल्ली गेट स्थित बालाजी सुंदरी चतुर्थी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा
लिया। भक्तों ने विधि विधान से मां काली की पूजा अर्चना की और उन्हें अभिषेक किया।