साहिबाबाद थानाक्षेत्र के लाजपत नगर में 26 जुलाई को मंजू गुप्ता के घर में घुसकर लूट करने वाले छह बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

गाजियाबाद, 30 जुलाई साहिबाबाद थानाक्षेत्र के लाजपत नगर में 26 जुलाई को मंजू गुप्ता के घर में घुसकर लूट करने वाले छह बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से लूटे गए सात एटीएम कार्ड, दो हजार रुपए और हथियार बरामद किए हैं।

साहिबाबाद थानाक्षेत्र के लाजपत नगर में 26 जुलाई को मंजू गुप्ता के घर में घुसकर लूट करने वाले छह बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

गाजियाबाद, 30 जुलाई  साहिबाबाद थानाक्षेत्र के लाजपत नगर में 26 जुलाई को मंजू गुप्ता
के घर में घुसकर लूट करने वाले छह बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से


लूटे गए सात एटीएम कार्ड, दो हजार रुपए और हथियार बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि
बदमाशों को मंजू गुप्ता के घर में 3 करोड़ रुपए होने की सूचना थी। जिसके चलते उन्होंने मंजू गुप्ता के


घर में घुसकर लूट करने और उनके तीन वर्षीय पौत्र को अगवा कर फिरौती मांगने की नीयत से वारदात
की थी। गनीमत रही कि वारदात के वक्त मासूम घर में मौजूद नहीं था और मंजू गुप्ता का बेटा ऐन


मौके पर पहुंच गया। जिसके बाद बदमाश भाग निकले। बताया गया है कि सनसनीखेज वारदात की
साजिश मंजू गुप्ता के पड़ोसी ने ही रची थी। पकड़े गए आरोपियों में पड़ोसी भी शामिल है।


एसीपी साहिबाबाद भास्कर वर्मा ने बताया कि एसएचओ साहिबाबाद मुनेन्द्र सिंह और उनकी टीम को
सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश गोल पार्क कट के पास राजेन्द्र नगर में किसी वारदात को अंजाम देने


की फिराक में पहुंचे हैं। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसएचओ ने मय टीम के बदमाशों की
घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। पकड़े गए आरोपियों की तलाशी लेने पर उनके पास से हथियार और


एटीएम कार्ड बरामद हुए। पूछताछ में आरोपियों की पहचान रोशन निवासी लाजपत नगर साहिबाबाद,
वरूण कश्यप निवासी सिब्बनपुरा पटेलनगर, शाहरूख निवासी पसौंडा टीलामोड़ और अंकुश, हर्ष भाटिया व


राजेश शर्मा निवासी लाजपत नगर साहिबाबाद के रूप में हुई है। एसीपी ने बताया कि रोशन घटना का


मास्टरमाइंड और पीडि़त मंजू गुप्ता का पड़ोसी है। रोशन ने ही लूट, अपहरण और फिरौती की पूरी
साजिश रचकर अपने साथियों को एकजुट किया था।

एसीपी साहिबाबाद ने बताया कि मंजू गुप्ता के तीन वर्षीय पौत्र का 28 जुलाई को जन्मदिन था। इसकी
जानकारी पड़ोस में रहने वाले आरोपी रोशन को थी। साथ ही रोशन को भनक लगी थी कि मंजू गुप्ता के


पास कहीं से 3 करोड़ रुपए की रकम आई है। रोशन को यह भी पता था कि मंजू की पुत्रवधु तक्षशिला
गुप्ता घर में अकेली रहती है। इसी के चलते उसने साथियों संग मिलकर रकम को लूटने और वसूलने की


खाातिर उसने पूरी साजिश को अंजाम दिया था। पुलिस का कहना है कि रोशन का प्लान घर में घुसकर
लूटपाट करने और मासूम का अपहरण कर करोड़ों की फिरौती वसूलने का था। लेकिन जिस वक्त


बदमाशों ने 26 जुलाई को घर में वारदात की, उसवक्त मासूम घर में मौजूद नहीं था। हालांकि बदमाशों


ने मंजू गुप्ता की पुत्रवधू तक्षशिला गुप्ता को हथियारों के बल पर बंधक बनाकर वारदात करने का प्रयास
किया, लेकिन तक्षशिला के पति के आ जाने पर वह भाग गए।


आरोपियों में बीटेक का छात्र भी शामिल, दिया था मोटे पैसे का लालच
एसएचओ साहिबाबाद मुनेन्द्र सिंह ने बताया कि पकड़े गए ज्यादातर आरोपी 5वीं व 8वीं पास हैं। लेकिन


अंकुश नामक आरोपी बीटेक का छात्र है। रोशन ने उसे मोटे पैसे का लालच देकर साजिश में शामिल
किया था। एसएचओ की मानें तो पूछताछ में आरोपी रोशन ने बताया कि उसने मोहल्ले में मंजू गुप्ता के


घर 3 करोड़ रुपए आने की बात सुनी थी। जिसके बाद उसके दिमाग में वारदात का आइडिया आया।


वारदात से पूर्व उसने मंजू गुप्ता के घर की रैकी की और अपने साथियों को बुलाकर वारदात करनी चाही।
सीसीटीवी से हो गई आरोपियों की पहचान, पहले किया गुमराह बाद में कबूला


पुलिस का कहना है कि वारदात के बाद घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए।


जिसमें तीन बदमाश मंजू गुप्ता के घर से निकलते कैद मिले। साथ ही गैंग के अन्य सदस्य अन्य कैमरों
में कैद मिले। पहचान कर पुलिस ने सभी को धर दबोचा। बताया गया है कि शुरुआती पूछताछ में


आरोपी मास्टरमाइंड रोशन ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन फुटेज दिखाने पर वह टूट
गया और उसने पूरी साजिश को स्वीकार कर लिया।