जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर सीएम योगी ने अर्पित की श्रद्धांजलि

लखनऊ, 06 जुलाई ( भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर आज पूरे देश बीजेपी के और कार्यकर्ता उन्हें अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं। इस मौके पर कई कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।

जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर सीएम योगी ने अर्पित की श्रद्धांजलि

लखनऊ, 06 जुलाई भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर आज पूरे देश
बीजेपी के और कार्यकर्ता उन्हें अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं। इस मौके पर कई कार्यक्रम का भी आयोजन


किया गया है। यूपी की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिविल अस्पताल स्थित उनकी प्रतिमा
पर पहुंचकर माल्यार्पण किया और श्रद्धांजलि अर्पित की।

सीएम योगी के साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मेयर
संयुक्ता भाटिया के साथ तमाम बीजेपी के नेता और मंत्री मौजूद रहे।


इससे पहले सीएम योगी ने आज सुबह ट्वीट कर कहा था

महान राष्ट्रभक्त जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष हम सभी
के पथ प्रदर्शक श्रद्धेय डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें कोटिश नमन।

उन्होंने एक देश में दो
विधान दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेगा

का उद्घोष कर भारत की एकता व अखंडता की अक्षमता को प्रखर
स्वर प्रदान किया।


इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें नमन करते हुए कहा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी
जयंती पर श्रद्धांजलि भारत के विकास खासकर वाणिज्य और उद्योग जैसे क्षेत्रों में योगदान के लिए उनका व्यापक


सम्मान किया जाता है वह अपनी विद्युत और बुद्धिमत्ता के लिए भी जाने जाते थे। स्टेट के साथ प्रधानमंत्री ने
श्याम प्रसाद मुखर्जी का एक पुराना वीडियो भी शेयर किया है

जिसमें उनके भाषण से जुड़े कुछ अंश शामिल है।
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को जानिए]


6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के अत्यन्त प्रतिष्ठित परिवार में डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी का जन्म हुआ। उनके
पिता सर आशुतोष मुखर्जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे एवं शिक्षाविद् के रूप में विख्यात थे। डॉ॰ मुखर्जी ने 1917


में मैट्रिक किया तथा 1921 में बी०ए० की उपाधि प्राप्त की। 1923 में लॉ की उपाधि अर्जित करने के पश्चात् वे
विदेश चले गये और 1926 में इंग्लैण्ड से बैरिस्टर बनकर स्वदेश लौटे।


अपने पिता का अनुसरण करते हुए उन्होंने भी अल्पायु में ही विद्याध्ययन के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलताएँ अर्जित
कर ली थीं।

33 वर्ष की अल्पायु में वे कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने। इस पद पर नियुक्ति पाने वाले वे
सबसे कम आयु के कुलपति थे।


एक विचारक तथा प्रखर शिक्षाविद् के रूप में उनकी उपलब्धि तथा ख्याति निरन्तर आगे बढ़ती गयी। डॉ श्यामा


प्रसाद मुखर्जी देश के पहले औद्योगिक मंत्री थे उनके समय में कई बड़े औद्योगिक प्रोजेक्ट लगे. 23 जून 1953
को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी थी।