दुकान बंद कर भागे दुकानदार उर्वरक प्रतिष्ठानों की जांच
किसानों को उर्वरक उपलब्ध न होने व उर्वरक विक्रेताओं द्वारा कालाबाजारी करने की सूचना मिलने पर एसडीएम व कृषि विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्र में उर्वरक प्रतिष्ठानों की जांच की।
इस दौरान कई दुकानदार अपने प्रतिष्ठान बंद कर भाग गए।
इसके साथ ही सहकारी समिति का भी निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने कृषको को गुणवत्ता युक्त उर्वरक उचित दरों पर दिलाने, उर्वरकों के साथ अन्य उत्पादों की टेंगिंग रोकने, भूमि के अनुसार किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने के निर्देश दुकानदारों को दिए। पोस मशीन के स्टाक अनुसार उर्वरकों का सत्यापन भी किया।
कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि डीएपी पैकिट की कीमत 12सौ रुपये है, इससे अधिक मूल्य पर बेचने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वह आवश्यकता अनुसार ही उर्वरक का क्रय करें। किसान आलू में अधिक मात्रा में डीएपी का प्रयोग कर रहे हैं।
एक एकड़ आलू की खेती के लिए दौ पैकिट डीएपी पर्याप्त है। इसके साथ शूक्ष्म पोषक तत्व माइक्रो मिक्चर, सल्फर, जैविक खाद के प्रयोग का बढ़ावा दें।