बकाया गन्ना मूल्य नहीं चुकाने पर चीनी मिल का प्रशासनिक भवन और गेस्ट हाउस सील

सहारनपुर (उत्तर प्रदेश), 02 नवंबर ( उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में किसानों का गन्ना मूल्य नहीं चुकाने पर प्रशासन ने नागल क्षेत्र में स्थित बजाज हिंदुस्तान चीनी मिल के प्रशासनिक भवन और गेस्ट हाउस को सील कर दिया।

बकाया गन्ना मूल्य नहीं चुकाने पर चीनी मिल का प्रशासनिक भवन और गेस्ट हाउस सील

सहारनपुर (उत्तर प्रदेश), 02 नवंबर (। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में किसानों का गन्ना


मूल्य नहीं चुकाने पर प्रशासन ने नागल क्षेत्र में स्थित बजाज हिंदुस्तान चीनी मिल के प्रशासनिक
भवन और गेस्ट हाउस को सील कर दिया।


उप जिलाधिकारी संजीव कुमार ने बुधवार को बताया कि जिले के नागल थाना क्षेत्र के गंगनौली गांव
में स्थित बजाज हिंदुस्तान चीनी मिल पर 196 करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य बकाया है। उन्होंने


बताया कि बकाया चुकाने के लिये इस चीनी मिल को कई बार प्रशासनिक स्तर पर नोटिस जारी
किये जा चुके हैं लेकिन इसके बावजूद गन्ना किसानों का भुगतान नहीं किया गया।


उन्होने बताया कि इस मामले में बजाज हिंदुस्तान चीनी मिल के कार्यकारी अधिकारी हरवेश मलिक
के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया। मंगलवार को प्रशासनिक टीम कुर्की के आदेश और


गिरफ्तारी का वारंट लेकर चीनी मिल पहुंची लेकिन मलिक वहां से फरार हो गया। इस पर मिल के
प्रशासनिक भवन और गेस्ट हाउस को सील कर दिया गया।


इस बीच, बजाज हिंदुस्तान समूह के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में


आया है और किसानों के बकाया गन्ना मूल्य को प्राथमिकता के आधार पर चुकाने के लिये जरूरी
कदम उठाये जा रहे हैं।


उप जिलाधिकारी कुमार ने बताया कि गन्ना पेराई सत्र निकट आते ही चीनी मिलें बकाया भुगतान में
लगी हैं। सहारनपुर जिले में छह चीनी मिलों का संचालन किया जा रहा है। इनमें जिले की तीन चीनी


मिलों देवबंद, शेरमउ और सरसावां चीनी मिलों ने किसानों का शत प्रतिशत बकाया भुगतान कर
दिया है। बाकी चीनी मिलों पर भी भुगतान के लिये दबाव बनाया जा रहा है।


गौरतलब है कि किसानों के बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान का मामला उत्तर प्रदेश के पिछले
विधानसभा चुनाव में एक प्रमुख मुद्दा था। भाजपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था कि


किसानों का बकाया समय पर भुगतान नहीं करने वाली चीनी मिलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की
जाएगी।