शराबबंदी कानून के डर से छुपाया सही तथ्य
मोतिहारी, 16 अप्रैल ( बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में जहरीली शराब पीने से मौत का सिलसिला गत शुक्रवार से ही जारी हो गया था।लेकिन शराबबंदी कानून के पचड़े का डर से लोग इसे छुपाते रहे।
मोतिहारी, 16 अप्रैल ( बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में जहरीली शराब पीने से मौत का
सिलसिला गत शुक्रवार से ही जारी हो गया था।लेकिन शराबबंदी कानून के पचड़े का डर से लोग इसे
छुपाते रहे।कई मृतकों के परिजनों ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि हमें इस बात की जानकारी
थी,जहरीली शराब पीने से मौत हुई है,
लेकिन शराबबंदी कानून के डर से हमने इसे छुपाया और शव
को जला दिया।जिस कारण सही तथ्य छुपता चला गया,और मौत का आंकड़ा बढता गया।
हरसिद्धि में पिता पुत्र की मौत की बात सामने आने के बाद वहां पहुंची मेडिकल टीम और स्थानीय
प्रशासन ने भी जांच के नाम पर खानापूर्ति करते हुए,मौत का कारण डायरिया बता दिया। हालांकि
छुपाने और दबाने के प्रयास तब उजागर हुआ। जब लक्ष्मीपुर के रामेश्वर राम के शव का सदर
अस्पताल तथा छोटु व अशोक पासवान के शव का मुजफ्फरपुर में पोस्टमार्टम हुआ,तब मौत के
कारणों की सच्चाई सबके सामने आयी,और तब प्रशासन को भी मानना पड़ा कि मौत का कारण
जहरीला शराब का सेवन ही है।
उल्लेखनीय है,कि रविवार सुबह तक मौत का आंकड़ा 25 पर पहुंच गयी है।जबकि शनिवार देर शाम
को प्रशासनिक स्तर पर जिले के चार प्रखंडो में 14 लोगो की मौत की पुष्टि जहरीली शराब के सेवन
करने से होना बताया गया है।
एसपी ने भी एक अधिकारिक बयान में बताया कि मरने वालों में आठ लोगों का शव उनके परिजनों
ने जला दिया है। तीन मृतकों के शव का पोस्टमार्टम हुआ है।
जिनका भेसरा प्रिजर्व कर फॉरेंसिंक लैब
में जांच के भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस व मद्यनिषेध की संयुक्त टीम सभी प्रभावित
क्षेत्रों में सघन छापेमारी करते हुए 20 लोगों को हिरासत में लिया है।
डीएम सौरव जोरवाल ने बताया कि परिजनो द्धारा सही तथ्य छुपाने के कारण सही ससमय
चिकित्सा लोगो को मिलने में विलंब हुआ।हालांकि मेडिकल टीम प्रभावित क्षेत्र के घर घर सर्वे कर रही
है।साथ ही सदर अस्पताल के साथ शहर के सभी अस्पतालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया
है,ताकि बीमार व्यक्ति को समुचित इलाज मिल सके।