लम्पी वायरस : गोवंशों को लावारिस छोड़ा तो जुर्माने के साथ होगी कार्रवाई
गाजियाबाद, 04 अक्टूबर । जनपद में लम्पी वायरस की रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग सतर्क है।
गाजियाबाद, 04 अक्टूबर (जनपद में लम्पी वायरस की रोकथाम के लिए पशुपालन
विभाग सतर्क है।
अब पालतू गोवंशों को लावारिस छोड़ने वालों के खिलाफ जुर्माने के साथ कानूनी
कार्रवाई भी कराएगा।
जनपद में अब तक 71 गोवशों में लम्पी वायरस के लक्षण पाए गए हैं। इसकी रोकथाम के लिए पशु
विभाग अलग-अलग स्तर पर काम कर रहा है। पशुपालक गोवंशों को सुबह-शाम चरने के लिए छोड़
देते हैं। अगर किसी गोवंशों में लम्पी वायरस के लक्षण हुए तो वह दूसरे अन्य पशुओं में फैल सकता
है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ महेश ने संबंधित अधिकारियों को ग्राम स्तर पर निगरानी करने के
निर्देश दिए हैं। साथ ही इसमें ग्राम प्रधानों की भी मदद ली जा रही है। अगर कोई भी पशुपालक
लापरवाही कर गोवंश को खुला छोड़ता है तो उसकी शिकायत विभाग में देनी होगी, जिसके बाद
विभाग पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई करेगा। उन्होंने बताया कि यह एक संक्रामक रोग है जो
मक्खी और मच्छर के काटने से भी फैल सकता है। इसलिए बीमार पशु को अलग रखना होगा। गत
वर्ष गोवंशों को लावारिस छोड़ने पर 145 पर जुर्माना लगाया गया था।
एक हजार से ज्यादा लावारिस पशु घूम रहे : जिले में एक हजार से ज्यादा लावारिस पशु घूम रहे हैं,
जिनके मालिक का कोई पता नहीं है। इन पशुओं को पकड़ने के लिए विभाग ने अभियान भी चलाया
था। इसके बाद भी पशुओं की संख्या कम नहीं हो हुई। हालांकि अभी गोवंशों को संरक्षित करने पर
रोक लगाई गई है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि लावारिस पशुओं को पकड़कर
आश्रय स्थल में रखा जाता है। लेकिन बीमारी के कारण अभी रोक लगाई गई है। अगर कोई गोवंश
बीमार पाया जाता है तो उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा।