अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी ‘इंडिया स्टोन मार्ट’ 10 नवंबर से जयपुर में

जयपुर, 03 नवंबर । पत्थर उद्योग की प्रतिष्ठित प्रदर्शनी ‘इंडिया स्टोन मार्ट’ 10 नवंबर से जयपुर में शुरू होगी। इसमें भारत और विदेशों से 350 से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है।

अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी ‘इंडिया स्टोन मार्ट’ 10 नवंबर से जयपुर में

जयपुर, 03 नवंबर (। पत्थर उद्योग की प्रतिष्ठित प्रदर्शनी ‘इंडिया स्टोन मार्ट’ 10 नवंबर
से जयपुर में शुरू होगी।

इसमें भारत और विदेशों से 350 से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने की
उम्मीद है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।


उन्होंने बताया कि ‘इंडिया स्टोन मार्ट’ के 11वें संस्करण का आयोजन 10 से 13 नवंबर तक जयपुर
के सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित जयपुर एग्जीबिशन एवं कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में होगा।

अधिकारी के मुताबिक, प्रदर्शनी का आयोजन सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ स्टोंस (सीडीओएस) द्वारा
किया जा रहा है

और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) इसका सह-
आयोजक है।


उन्होंने बताया कि राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम लिमिटेड (रीको) प्रदर्शनी का
प्रमुख प्रायोजक है।


उद्योग विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव एसीएस वीनू गुप्ता ने बताया कि ‘इंडिया स्टोन मार्ट’
पत्थर उद्योग की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी होगी,

जिसमें प्राकृतिक पत्थरों, सहायक उत्पादों
और सेवाओं की दुनिया को व्यापक रूप से प्रदर्शित किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि यह आयोजन पत्थर उद्योग के विभिन्न हितधारकों जैसे घरेलू और विदेशी


उत्पादकों, निर्यातकों, आयातकों, उपभोक्ताओं, खरीदारों, विशेषज्ञों, प्रौद्योगिकी प्रदाताओं, वास्तुकारों,
बिल्डरों आदि को एक छत के नीचे लाएगा।


गुप्ता के मुताबिक, इस प्रदर्शनी में भारत के 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अलावा विदेशों से
350 से अधिक प्रदर्शकों के भाग लेने की उम्मीद है।


उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में गुजरात और ओडिशा के अपने ‘स्टेट पवेलियन’ होंगे। वहीं, अंतरराष्ट्रीय
पवेलियन में तुर्की, ईरान और पुर्तगाल द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा।


गुप्ता के अनुसार, इटली और चीन ने भी आयोजन में भागीदारी की पुष्टि की है। अब तक 47 देशों
के 500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय आगंतुक पहले ही इसमें हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण करा चुके हैं।


गौरतलब है कि पिछले साल कोविड-19 महामारी के कारण इस द्विवार्षिक प्रदर्शनी का आयोजन नहीं
किया जा सका था।