गुजरात व राजस्थान के हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम बने महिलाओं की पसंद
नोएडा, 20 फरवरी सेक्टर-33 ए स्थित नोएडा हाट में आयोजित सरस आजीविका मेले में चौथे दिन सोमवार को भी भारी संख्या में लोग पहुंचे।
नोएडा, 20 फरवरी (। सेक्टर-33 ए स्थित नोएडा हाट में आयोजित सरस आजीविका मेले
में चौथे दिन सोमवार को भी भारी संख्या में लोग पहुंचे। सरस आजीविका मेले में इस बार जहां
स्टाल की संख्या में बढ़ोत्तरी है, वहीं फूड कोर्ट में भी पहले के मुकाबले अधिक राज्य के व्यंजन
उपलब्ध हैं।
खास बात यह है कि गुजरात व राजस्थान के हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम महिलाओं की पसंद
बने हुए हैं।
वहीं, विभिन्न राज्यों के पारंपरिक नृत्य आकर्षण का केंद्र बने हैं। सोमवार को पंजाब के
लोकप्रिय भांगड़ा ने समा बांधा। 16 कलाकारों ने दर्शकों पर अपनी गहरी छाप छोड़ी।
मेले में गुजरात के श्री कृष्णा स्वयं सहायता समूह की पूनम बेन के हैंडीक्राफ्ट के उत्पाद मौजूद है,
इनमें बैग, हैंडबैग तथा डिजाइनर बेडशीट महिलाओं को खासे पसंद आ रहे हैं। इसके अलावा केसरबेन
उत्पादों में कुचि हैंडीक्राफ्ट पॉट्री वर्क की भी धूम है। राजस्थान से जोगमैया राजीविका समूह की गंगा
देवी के हैंडलूम में कुशन के उत्पाद महिलाओं को भा रहे हैं। राजस्थान के ही श्री श्याम समूह की
पिंकी देवी के हैंडीक्राफ्ट पंजाबी जूती भी लोगों की पसंद बनीं हैं।
इसके साथ ही हैंडीक्राफ्ट, ज्वैलरी और होम डेकोर के प्रोडक्ट्स के रूप में आंध्र प्रदेश की पर्ल ज्वैलरी,
वूडन उत्पाद, आसाम का वाटर हायजिनिथ हैंड बैग और योगामैट, बिहार से लाहकी चूड़ी, मधुबनी
पेंटिंग और सिक्की क्राफ्ट्स, छत्तीसगढ़ से बेलमेटल प्रोडक्ट्स, मडमिरर वर्क और डोरी वर्क गुजरात
से, हरियाणा का टेरा कोटा, झारखंड की ट्राइबल ज्वैलरी, कर्नाटक का चन्ननपटना खिलौना,
सबाईग्रास प्रोडक्टस, पटचित्र आनपाल्मलीव ओडिशा, तेलंगाना से लेदर बैग, वाल हैंगिंग और लैंप
सेड्स, उत्तर प्रदेश से होम डेकोर और पश्चिम बंगाल से डोकरा क्राप्ट, सितल पट्टी व डायवर्सीफाइड
प्रोडक्ट्स भी मेले की शोभा बढ़ा रहे हैं। सरस मेलों के माध्यम से ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों की
महिलाएं न केवल आजीविका के अवसर सृजन कर रही हैं
, महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी
बेहतरीन उदाहरण पेश कर रही हैं।
एनआईआरडीपीआर के असिस्टेंट डायरेक्टर चिरंजी लाल कटारिया ने बताया कि विभाग के द्वारा
सभी की सुविधाओं पर ध्यान दिया जा रहा है। पांच मार्च तक सरस मेले में देशभर के विभिन्न
राज्यों से लोकनृत्यों की झलक देखने को मिलेगी। 21 फरवरी को हिमाचल का फॉक डांस, 22 को
जम्मू-कश्मीर का रॉक डांस, 23 को गुजरात का डांडिया गरबा, 24 को मध्य प्रदेश का संथल ट्राइब्स
डांस तथा 25 को राजस्थान का कलबेलिया घूमर चेरी डांस होगा। मेले में देशभर के विभिन्न राज्यों
के उत्पाद, व्यंजन तथा संस्कृति का अद्भुत संगम है।